शनिवार, 16 फ़रवरी 2013

पैसा नहीं दिला पाएगा टिकट

भोपाल। पैसे के दम पर बसपा से विधायक का टिकट जुगाडऩे का माद्दा रखने वाले नेताओं के सपने टूट सकते हैं। इसमें रोड़ा बनेगी विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटे बसपा नेतृत्व द्वारा तय की गई गाइड लाइन। पैसे लेकर टिकट वितरण के आरोपों से घिरने वाली बसपा कार्यकर्ताओं को साधने में जुट गई है। इसके तहत उम्मीदवार का चयन और क्षेत्रीय समीकरण के आधार पर किया जाएगा। उत्तर प्रदेश और गुजरात चुनावों में पराजय के बाद बसपा की नजरें मध्यप्रदेश में टिक गई हैं। प्रदेश की सत्ता में धाक बनाने पार्टी नेताओं की प्रदेश में बढ़ती चहल-कदमी इसलिए भी है कि लाख कवायदों के बाद भी बसपा सुप्रीमों मायावती को मध्यप्रदेश से अपेक्षा अनुरूप परिणाम नहीं मिले हैं। बावजूद इसके प्रदेश में पार्टी सभी 230 विधानसभा सीटों में चुनाव लडऩे की तैयारी में है। ग्वालियर, सतना और रीवा जैसे इलाकों से बसपा नेताओं को उम्मीदें अधिक है। वह इसलिए भी कि सीमावर्ती यह क्षेत्र उत्तरप्रदेश से सटे हैं और उत्तरप्रदेश की बसपा राजनीति इन क्षेत्रों को प्रभावित भी करती है। लेकिन पूर्ववर्ती चुनावों में बसपा ने कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज कर जिस तरह धनपतियों को टिकट वितरित किए उससे प्रदेश में संगठन आज हॉशिए पर चला गया है। चार राज्यों का प्रभार देख रहे राजाराम इसको लेकर राजधानी में आयोजित संभागीय पदाधिकारियों की बैठक में नाराजगी भी जाहिर कर चुके हैं। यही वजह है कि बैठक के दौरान ही उन्हें साफ करना पड़ा कि पैसे से टिकट लेकर चुनाव लडऩे का भ्रम पदाधिकारी न पाले। टिकट वितरण में समीकरण, सिटिंग विधायक, सामाजिक फिगर को महत्वपूर्ण बताते हुए यह कहना कि सत्ता विस्तार के लिए धन आवश्यक है। लेकिन इसके साथ ही संबंधित का संगठनात्मक गतिविधियों में शामिल रहना भी जरूरी हैं, बताता है कि बसपा पूर्व में हुई गलतियों को दोहराने के मूड़ में नहीं है। बसपा की इन सीटों पर नजर: सुमावली, दिमनी, अम्बाह, लहार, डबरा, दतिया, करेरा, पोहरी, पृथ्वीपुर, खरगापुर, राजनगर, छतरपुर, पथरिया, गुन्नौर, रैगांव, सेमरिया, देवतालाब, रीवा, ब्योहारी, श्योपुर, विजयपुर, सबलगढ़, भिंड, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर पूर्व एवं दक्षिण, भितरवार, कैलारस, बामोरी, अशोकनगर, चंदेरी, बीना, मुंगावली, नारायवली, निवाड़ी, चांदला, पनागर, सिहोरा, लांजी, बालाघाट, बारासिवनी, कटंगी, बोहरीबंद, मुडवारा, विजयराघवगढ़, मानपुर, कोतमा, सिंगरौली, चितरंगी, सिंहावल, सीधी, गुढ़, मनगवां, मउगंज, अमरपाटन, सतना, चित्रकूट, हटा और बिजावर आदि शामिल हैं।

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