शनिवार, 16 फ़रवरी 2013

कांग्रेस में ऊपर से तय नहीं होंगे उम्मीदवार

भोपाल। कांग्रेस में अब चुनावों के लिए पार्टी प्रत्याशियों के नाम अब ऊपर से तय नहीं हो सकेंगे। किसी भी राज्य में उम्मीदवार का फैसला प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता की सहमति पर आलाकमान तय करेगा। पार्टी की इस नई व्यवस्था को लागू करने से पहले कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 15 फरवरी को एक बैठक नई दिल्ली में बुलाई है। राज्य की रिपोर्ट भी देंगे भूरिया बताया जाता है कि चुनावों में उम्मीदवारों पर फैसला करने के लिए राज्यों की ओर से एक पंक्ति का प्रस्ताव पारित किया जाना कांग्रेस में अब बीते दिनों की बात हो सकती है। कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी का कामकाज दुरुस्त करने की तैयारी में हैं। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया,नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह,प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद सहित महासचिव दिग्विजय सिंह भी शामिल होंगे। इस बैठक में भूरिया प्रदेश संगठन द्वारा चुनाव के मद्देनजर की जा रही तैयारियों के साथ ही अभी तक के हालात की रिपोर्ट भी प्रस्तुत करेंगे। इस रिपोर्ट में गत दिनों कांग्रेस कार्यालय में विधायक आरिफ अकील और साजिद अली के बीच हुए झगड़े का भी विवरण होगा। टिकट वितरण की प्रक्रिया होगी पारदर्शी बताया जाता है कि इस बैठक में टिकट वितरण प्रक्रिया को पारदर्शी करने के साथ ही राहुल गांधी टिकट वितरण को भरोसेमंद और पक्का मामला बनाने के लिए विस्तृत प्रक्रिया अपनाने को कह सकते हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष बनने के बाद राहुल की राज्यों के नेताओं के साथ यह पहली और एक दिवसीय बैठक होगी। उन्होंने अक्सर संगठन को चलाने वाले नियमों और नियमनों की गैरमौजूदगी की बात उठाई है। यह बैठक ऐसे समय होगी, जब पार्टी सदस्य टिकट वितरण की प्रक्रिया पर लगातार चिंता जता रहे हैं। जयपुर चिंतन शिविर में भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने टिकट वितरण की खामियों पर खासी चिंता जताई थी। संगठन के ढांचे में भाई-भतीजावाद पर चिंता जताने के साथ ही इसे रोकने की जरूरत बताई गई। प्रदेश की गुटबाजी पर होगी विशेष चर्चा बताया जा रहा है कि इस बैठक में राहुल मप्र के नेताओं को एकजुटता की सीख देने के साथ-साथ कार्यकर्ताओं को महत्व देने को कह सकते हैं। क्योंकि प्रदेश में कांग्रेस इस समय गुटबाजी से जूझ रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया के अनुशासन के नाम पर की गई कार्रवाई और एक जिलाध्यक्ष को थमाए गए नोटिस से केंद्रीय मंत्री कमलनाथ के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया भी नाराज हो गए हैं। उधर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भी भूरिया से अत्यधिक नाराज हैं। नाराजगी का कारण भूरिया का एकला चलो सिद्धांत है। इधर वरिष्ठ नेताओं को भूरिया और सुरेश पचौरी की नजदीकियां भी पसंद नहीं आ रही हैं। पचौरी चुनाव के ऐन वक्त पर अपने समर्थकों को टिकट दिलाने के लिए सक्रिय हो गये हैं।

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