शनिवार, 16 फ़रवरी 2013

चंबल से आगाज महाराजा को बनाओ आवाज

भोपाल। प्रदेश में एक तरफ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया एकला चलो सिद्धांत को अपनाते हुए दौरा कर जनाधार बढ़ाने का (असफल) प्रयास कर रहे हैं,वहीं दूसरी तरफ चंबल संभाग के नेता गुटबाजी को दरकिनार कर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्स सिंधिया को आगामी चुनावों में कांग्रेस की आवाज बनाने की मांग बुलंद कर रहे हैं। भोपाल और दिल्ली तक सुनाई दी गूंज मेहगांव में राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के शुभारंभ मौके पर विधानसभा के उपनेता प्रतिपक्ष चौधरी राकेश सिंह ने जब सिंधिया से यह गुजारिश की कि,अब ढीली-ढीली राजनीति नहीं चलेगी, समय बहुत कम है, जबकि प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता आपके मार्गदर्शन का इंतजार कर रही है। सिंधिया जी आप आगे बढ़ो, पूरे प्रदेश का दौरा करो और आने वाले चुनाव के लिए कांग्रेस की कमान संभालो। तो इसकी गूंज भोपाल और दिल्ली तक सुनाई दी। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने भी जहां सिंधिया की जमकर तारीफ की वहीं भाजपा सरकार को भ्रष्ट करार दिया है। मेहगांव और करहिया की सभा में कांग्रेस ने गजब की एकता दिखाई। दिग्विजय के करीबी डॉ. गोविंद सिंह तथा पचौरी के करीबी चौधरी राकेश सिंह सिंधिया समर्थकों के साथ दिखे। इससे कांग्रेस में एक नई ऊर्जा का संचार दिखा है। पार्टी के अधिकांश लोगों को मानना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ अधिक से अधिक लोग जुड़ सकते हैं। कांतिलाल भूरिया की तुलना में वो अधिक लोकप्रिय हैं। लेकिन कांग्रेस हाई कमान इस बात को तूल नहीं देना चाहता। हाल के विवाद से यही जाहिर होता है। ऐसा भी हो सकता है कि कांग्रेस हाई कमान अभी कांग्रेस के अंदर के विरोध को और देखना चाहता है, उसके बाद ही ज्योतिरादित्य को प्रदेश की कमान सौंपे, लेकिन एक बात तो साफ हो गई है कि कांग्रेस के दूसरे बड़े नेताओं के समर्थक भी ज्योतिरादित्य की ओर अभी से लुढ़कने लगे हैं। नहीं भा रहा भूरिया का एकला चलो सिद्धांत बताया जाता है कि भूरिया का एकला चलो सिद्धांत कांग्रेस नेताओं को नहीं भा रहा है। इस चुनावी वर्ष में जहां नेताओं को एक साथ नजर आना चाहिए वहां भूरिया अकेले प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। भूरिया के इस कदम से नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल अत्यधिक नाराज हैं। वहीं भूरिया के अनुशासन के नाम पर की गई कार्रवाई और एक जिलाध्यक्ष को थमाए गए नोटिस से केंद्रीय मंत्री कमलनाथ के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया भी नाराज हो गए हैं। पीसीसी ने पिछले दिनों ग्वालियर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डॉ. दर्शन सिंह को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस थमाया है। उनसे सात दिन में जवाब मांगा है। लेकिन अभी तक डॉ. सिंह ने जवाब नहीं दिया है। सूत्र बताते हैं कि डॉ. सिंह केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं और उन्हीं के कोटे से जिलाध्यक्ष बने हैं। उन्हें नोटिस दिए जाने से सिंधिया पीसीसी अध्यक्ष से नाराज हो गए हैं। सिंधिया की पहले से पीसीसी में उनके समर्थकों को पर्याप्त स्थान नहीं दिए जाने की शिकायत रही है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि इसके साथ ही वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री हजारीलाल रघुवंशी को भी प्रदेश अनुशासन समिति से हटाने की घटना भी गुटबाजी को बढ़ावा देने के रूप में ली जा रही है।

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