गुरुवार, 14 मार्च 2013

संघ की मेहनत...पंजे पर भारी पड़ेगा कमल

भोपाल। भाजपा के अंदुरूनी सर्वे में भले ही प्रदेश में पार्टी की स्थिति ठीक नहीं है लेकिन उज्जैन संभाग के छह जिलों(शाजापुर,देवास,रतलाम,मंदसौर,नीमच और उज्जैन) की 29 विधानसभा सीटों में से 23 पर भाजपा की स्थिति बेहतर बताई जा रही है। इसकी मुख्य वजह क्षेत्र में संघ की पकड़ और सक्रियता है। वर्तमान में संभाग की 29 विधानसभा सीटों में से 19 सीटों पर भाजपा का कब्जा है,जबकि कांग्रेस के पास 9 सीटें हैं,एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार के पास है। बताया जाता है कि 2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को संभाग की जिन सीटों पर हार का सामना करना पड़ा वहां संघ ने अपनी गतिविधियां बढ़ा दी और भाजपा के लिए वोट बैंक तैयार करना शुरू कर दिया। यहां भाजपा करेगी कमबैक पार्टी के सर्वे में भाजपा अपनी वर्तमान विधानसभा सीटों के अलावा उज्जैन जिले के नागदा खाचरोद,रतलाम जिले के रतलाम ग्रामिण,रतलाम सिटी और नीमच जिले की मनासा सीट पर अच्छी स्थिति में नजर आ रही है। नागदा खाचरोद में भाजपा के दिलीप सिंह शेखावत को कांग्रेस के दिलीप गुर्जर ने 9892 मतों से मात दी थी। 2003 के विधानसभा चुनाव में गुर्जर ने निर्दनीय चुनाव लड़ा था और भाजपा के लालसिंह राणावत को हराया था। अब इस सीट पर भाजपा को मजबुत स्थिति में बताया जा रहा है। रतलाम जिले की रतलाम ग्रामीण (एसटी)सीट पर भाजपा के मथुरालाल डामर को कांग्रेस की लक्ष्मीदेवी खराड़ी ने 2551 वोटों से हराया था,जबकि 2003 के विधानसभा चुनाव में यह सीट भाजपा के कब्जे में थी। भाजपा के धूलजी चौधरी ने कांग्रेस के मोतीलाल दवे को हराया था। 2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सबसें बड़ा झटका रतलाम सिटी विधानसभा सीट पर लगा था। यहां निर्दलीय पारस सखलेचा ने तत्कालीन गृहमंत्री हिम्मत कोठारी को 29872 के मतों से मात देकर सबको चौका दिया था। बताया जाता है कि एक बार फिर से इस सीट पर भाजपा ने अपने आप को मजबुत कर लिया है। मनासा विधानसभा सीट पर भाजपा के पूर्व मंत्री कैलाश चावला को कांग्रेस के विजेन्द्र सिंह मालाखेड़ा 11485 मतों से हराया था। संघ की मेहनत से इस सीट पर भाजपा एक बार फिर मजबुत हो गई है। विकास नहीं संघ के नाम पर वोट इस संभाग से प्रदेश मंत्रिमंडल में चार मंत्री शामिल हैं,लेकिन विकास के मामले में पूरा क्षेत्र पिछड़ा हुआ है। देवास सीट से विधायक तुकांजीराव पंवार,मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ के विधायक जगदीश देवड़ा परिवहन एवं जेल,उज्जैन उत्तर के विधायक पारस जैन खाद्य,नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण और आलोट के विधायक मनोहर ऊॅटवाल को नगरीय प्रशासन एवं विकास राज्य मंत्री बनाया गया है,लेकिन आरोप है कि संभाग में विकास के लिए मंत्रियों ने कोई विशेष प्रयास नहीं किया है। सर्वे में कहा गया है कि संभाग में संघ की सक्रियता और घर-घर में पहुंच ने यहां भाजपा को नुकसान नहीं होने दिया है। किसके पास कितनी सीट भाजपा तराना (अजा)-रोड़मल राठौर उज्जैन उत्तर-पारस जैन उज्जैन दक्षिण-शिवनारायण जागीरदार बडऩगर-शांतिलाल घवई आलोट (अजा)-मनोहर उटवाल मंदसौर-यशपाल सिसोदिया मल्हारगढ़ (अजा)-जगदीश देवड़ा सुवासरा-राधेश्याम पाटीदार नीमच- खुमान सिंह शिवाजी जावद-ओमप्रकाश सकलेचा सुसनेर-संतोष जोशी आगर (अजा)-लालजी राम शुजालपुर-जसवंत सिंह हाड़ा कालापीपल-बाबूलाल वर्मा सोनकच्छ (अजा)-फूलचंद वर्मा देवास-तुकोजीराव पवार हाटपिपल्या-दीपक जोशी खातेगाँव-बृजमोहन धूत बागली-चम्पालाल देवड़ा कांग्रेस- नागदा खाचरोद-दिलीप गुर्जर महिदपुर-कल्पना परूलेकर घटिया (अजा)-रामलाल मालवीय रतलाम ग्रामीण (एसटी-लक्ष्मीदेवी खराड़ी सैलाना (एसटी)-प्रभुदयाल गहलोत जावरा-महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा गरोठ -सुभाष सोजतिया मनासा-विजेन्द्र सिंह मालाखेड़ा शाजापुर-हुकुम सिंह कराड़ा निर्दलीय रतलाम सिटी-पारस सखलेचा

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