गुरुवार, 14 मार्च 2013

मिशन-2013 के लिए 'विजय संकल्प यात्राÓ निकालेगी भाजपा

भोपाल। प्रदेश में लगातार तीसरी बार सत्ता पर काबिज होने के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा की तरह यात्रा पर निकलने की तैयारी कर रहे हैं। इस यात्रा का नाम होगा 'विजय संकल्प यात्राÓ। इस यात्रा में पार्टी राज्य सरकार की उन छह योजनाओं का सबसे ज्यादा बखान करेगी जिसके जरिए उसको फिर से सत्ता में लौटने की पूरी उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि भाजपा पिछले 9 साल में कांग्रेस को लगभग हर स्तर के चुनाव में मात देते आ रही है। लेकिन नरेन्द्र सिंह तोमर की प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर दूसरी बार ताजपोशी के बाद पिथमपुर,राघोगढ़ और ओंकारेश्वर में हुए नगर पालिका चुनाव में मिली हार से भाजपा चिंतित है। चिंतित भाजपा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छह प्रमुख योजनाओं पर फोकस करने का मन बनाया है। 'विजय संकल्प यात्राÓ, प्रभात झा द्वारा शुरू कराई गई 'विकास यात्राÓ का ही रूप है बस, इसका नाम बदल दिया गया है। गौरतलब है कि 'विकास यात्राÓ के जरिये प्रभात झा ने आम आदमी को सरकार की योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही जनता से सीधे जुडऩे का प्रयास किया था। विकास यात्रा का ऐसा हल्ला हुआ था कि कांग्रेस की आवाज ही दब गई थी। पार्टी का मकसद भी यही था, हालांकि इस दौरान जनता की शिकायतों और समस्याओं का सामना विधायकों को करना पड़ा था। कई तो ऐसे भी थे जो क्षेत्र में गिने चुने स्थानों पर गये थे और यात्रा की पूरी रिपोर्ट बनाकर दे दी थी। बहरहाल, नये प्रदेश अध्यक्ष अब यात्रा को नये स्वरूप और चुनावी दृष्टि के परिप्रेक्ष्य मेें निकालना चाहते हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि वैसे 'विजय संकल्प यात्राÓ की तारीख अभी फाइनल नहीं हुई, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि फरवरी में यह यात्रा शुरू हो सकती है। प्रदेश अध्यक्ष इसकी विस्तृत रूपरेखा भाजपा की नई प्रदेश कार्यकारिणी में तय करने के मूड में है। अगर कार्यकारिणी गठन में देरी होती है तो यात्रा के समय मेें परिवर्तन हो सकता है। हालांकि अभी प्रदेश के इंदौर-1 में पार्टी विधायक सुदर्शन गुप्ता और सोनकच्छ विधायक राजेंद्र वर्मा 'विधायक जनता के द्वारÓ नाम से अभियान चला रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष तोमर की यह भी मंशा है कि इन दोनों यात्राओं की विस्तृत रिपोर्ट आ जाए और जनता का मूड भांप लिया जाए इसके बाद विजय संकल्प यात्रा को अंतिम रूप दिया जाए। जनता के रुख को देखते हुए इस यात्रा में कुछ परिवर्तन भी संभावित है। इन योजनाओं पर फोकस 00 लाड़ली लक्ष्मी बेटी बचाओ योजना- राज्य सरकार की यहमहत्वाकांक्षी योजना है जिसमें सरकार कन्या के नाम पर बैंक में पैसा जमा करवाती है और बड़े होने पर उसका विवाह उस राशि से करवाती है। 00 जीरो प्रतिशत ब्याज पर कर्ज योजना- राज्य सरकार की इस योजना में किसानों को सरकारी संस्थाओं से बीज आदि के लिए कर्ज दिलाया जाता है और कर्ज का ब्याज इन संस्थाओं को सरकार चुकाती है। 00 मुख्यमंत्री कन्यादान योजना- यह योजना वर्ष 2006 से शुरू हुई थी और अभी सफलतापूर्वक चल रही है। योजना में गरीब कन्याओं का विवाह का खर्च सरकार द्वारा उठाया जाता है। 00 मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना- इस योजना में प्रदेश के बुजुर्गो को देशभर के प्रमुख तीर्थो का दर्शन कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शुरू की गई इस योजना में अब तक 30 हजार से ज्यादा बुजुर्गों को विभिन्न तीर्थ स्थानों पर सरकारी खर्च से दर्शन कराए जा चुके हैं। 00 मुफ्त दवा योजना- यह योजना 31 अक्टूबर 2012 को सरदार बल्लभभाई पटेल की जयंती पर जबलपुर से शुरू की गई है। इसमें 119 तरह की दवाइयां मरीजों को नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। 00 स्वरोजगार कर्ज योजना-यह योजना को ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में लागू किया जाना है। इसका मकसद युवाओं को अपने घर के आसपास ही उद्योग धंधो के लिए प्रोत्साहन देना है ताकि आदिवासी इलाकों से उनका पलायान रोका जा सके।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें