गुरुवार, 14 मार्च 2013

घबराए राहुल...मप्र में भेजा दूत

भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अंदरूनी सर्वे की आकलन रिपोर्ट से जहां संघ और भाजपा के दिग्गजों को नई दिल्ली में मैराथन मंत्रणा के लिए विवश कर दिया है वहीं घबराए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने दूत मप्र भेंज कर सर्वे में लगा दिया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में सांसदो,मंत्रियों और विधायकों की पुअर प्रोफार्मेंस के बाद भी यहां लोकसभा की 24 और विधानसभा की 130 सीटों पर भाजपा को जीत मिलने की संभावना है। जबकि कांग्रेस और भाजपा द्वारा कराए गए सर्वे में भाजपा की स्थिति खस्ताहाल बताई गई थी। संघ की रिपोर्ट सामने आते ही राहुल गांधी ने अपने दूत भेज कर सर्वे शुरू करा दिया है। दस लोकसभा सीटों पर सर्वे का काम पूरा प्रदेश में दस लोकसभा सीटों पर सर्वे का काम पूरा हो चुका है। पार्टी सूत्र बताते है कि गांधी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं और वे उन्हीं लोगों को टिकट देना चाहते हैं जो जीत सकते हैं। इसके लिए अलग-अलग स्तर पर लोक सभावार सर्वे कराया जा रहा है। प्राइवेट कंपनी के अलावा गांधी अपने विश्वस्त नेताओं को भेजकर रिपोर्ट ले रहे हैं। इनमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं से लेकर आम लोगों से तक उम्मीदवार को लेकर राय ली जा रही है। इसके बाद ही टिकट का निर्णय लिया जाएगा। गांधी ने महाराष्ट्र सरकार में पूर्व मंत्री रहे विजय एन वेडट्टीवार को प्रदेश की दस लोकसभा सीटों सागर, रीवा, सतना, भिंड, मुरैना, ग्वालियर, गुना, दमोह, टीकमगढ़ और खजुराहो की जिम्मेदारी सौंपी थी। उन्हें इन सीटों का पर्यवेक्षक बनाकर भेजा गया था। वेडट्टीवार ने दसों सीटों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से लेकर नेताओं तक से चर्चा करने के बाद रिपोर्ट बनाई है। यह रिपोर्ट वे इसी महीने आलाकमान को सौंपेगे। दिग्विजय का सागर से लडऩे की संभावना कांग्रेस महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का सागर से लोकसभा चुनाव लडऩे की संभावना है। वेडट्टीवार ने स्वीकार किया है कि सागर के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने वहां से पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह को उम्मीदवार बनाने की मांग की है और उन्हें ही वहां से जीतने वाला उम्मीदवार बताया है। सर्वे के दौरान कांग्रेस नेताओं ने बेहतर उम्मीदवार के नाम के साथ ही पिछली बार हार के कारण भी जानने की कोशिश की। साथ ही यह भी पूछा कि पार्टी उम्मीदवार जीत सके इसके लिए क्या कदम उठाने चाहिए। सूत्र बताते हैं कि ज्यादातर कार्यकर्ताओं ने कहा कि सही तरीके से टिकट बंटना चाहिए और जो जीतने लायक है, उन्हें ही टिकट दिया जाना चाहिए। पिछली बार बुरी तरह हार के पीछे जो कारण सर्वे में आए हैं उनमें पार्टी कार्यकर्ताओं में निराशा सबसे बड़ी वजह आई। वेडट्टीवार ने स्वीकार किया कि निराशा की वजह से पिछली बार हारे थे लेकिन इस निराशा से पार्टी कार्यकर्ता बाहर निकल आया है और अब उसमें जोश-उत्साह भरा हुआ है। जिसके अगले चुनाव में बेहतर परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य वास्तविक रिपोर्ट पार्टी हाईकमान तक पहुंचाना है। यह ले रहे हैं टोह दस लोकसभा क्षेत्र में विडट्टीवार के साथ आलाकमान द्वारा प्रदेश भेज कर कांग्रेस नेता हसन गिलानी और प्रकाश देवताले लोगों से उम्मीदवारों को लकर टोह ले रहे हैं। बंद कमरे में नेताओं से एक-एक कर चर्चा की जा रही है और कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात कर उनकी राय जानी जा रही है। हर सीट पर उन्होंने 500 से लेकर हजार कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात की है।

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