गुरुवार, 14 मार्च 2013

गढ़ घेरने निकले ज्योतिरादित्य

भोपाल। सरकार के खिलाफ अंडरकरंट की खबर के बाद भी कांग्रेस में करंट नजर नहीं आ रहा है। इन सब के बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मप्र भाजपा के दिग्गज नेताओं को उनके गढ़ में घेरने के लिए निकल पड़े हैं। सिंधिया के इस अभियान ने भाजपा को चिंता में डाल दिया है, क्योंकि सिंधिया का अभियान भी ग्रामीण इलाकों पर केंद्रित है जहां पर आज से भाजपा ने पहुंचने के लिए महाजनसंपर्क अभियान शुरू किया है। कांग्रेस में सुन-सपाटा सिंधिया के अभियान से भले ही भाजपा के नेता चिंतिन हों लेकिन गुटों में बटीं कांग्रेस में सुन-सपाटा है। एक ओर भाजपा नेतृत्व ने मप्र में शिवराज सिंह चौहान को फ्रीहैंड दिया है और संगठन में भी उनकी पसंद का ध्यान रखा जा रहा है। यह भी तय है कि भाजपा अगला चुनाव शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में और उन्हें तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाने के नाम पर लडऩे जा रही है। शिवराज के खास नरेन्द्र सिंह तोमर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं। वहीं कांग्रेस अभी तक कोई कार्य योजना ही नहीं बना पाई है। चुनावी साल में सिंधिया की इस यात्रा ने प्रदेश की राजनीतिक गतिविधियां तेज कर दी है। चुनाव मैदान में उतरने की इच्छा रखने वाले कांग्रेस नेताओं की सक्रियता भी बढ़ गई है। नए राजनीतिक समीकरण बनने के संकेत भी नजर आ रहे हैं, कांग्रेस सांसद सज्जन सिंह वर्मा के निर्वाचन क्षेत्र में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनेक आयोजनों में आने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा हुआ है। सदन में सक्रिय, सड़क पर ठंडी कांग्रेस के बारे में यह कहा जाता है कि विधानसभा के अंदर अजय सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक दल बेहतर भूमिका निभा रहा है। पिछले कई सत्रों में मुद्दों के आधार पर कांग्रेस ने राज्य सरकार को घेरने का प्रयास किया, लेकिन सड़क पर कांग्रेस कहीं दिखाई नहीं दे रही। कांग्रेस के शो पीस प्रदेश कांग्रेस में अध्यक्ष के अलावा 11 उपाध्यक्ष, 1 कोषाध्यक्ष, 16 महामंत्री, 48 सचिव, 51 कार्यकारिणी सदस्य, 40 विशेष आमंत्रित सदस्यों के अलावा 20 सदस्यीय निगरानी समिति है जिसे केन्द्र सरकार द्वारा पोषित योजनाओं की निगरानी का जिम्मा है। इसके अलावा 11 सदस्यीय अनुशासन समिति। महिला कांग्रेस, युवक कांग्रेस, कांग्रेस सेवा दल, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ की शाखाएं प्रदेशभर में बनाई गई हैं। यही नहीं कांग्रेस ने 9 विभाग अलग से काम कर रहे हैं। इनमें आरोप पत्र विभाग, किसान खेत मजदूर विभाग, विधि एवं मानव अधिकार विभाग, अनुसूचित जाति विभाग, अनुसूचित जनजाति विभाग, अल्पसंख्यक विभाग, भूतपूर्व सैनिक विभाग, विचार विभाग, मीडिया विभाग। कांग्रेस की सदन में ताकत प्रदेश विधानसभा के 230 सदस्यों में 66 कांग्रेस के विधायक हैं। इसी प्रकार लोकसभा की 29 सीटों में 12 सदस्य कांग्रेस के हैं। राज्यसभा की 11 सीटों में कांग्रेस मात्र 1 सीट पर काबिज है।

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