गुरुवार, 14 मार्च 2013

सितंबर से मैदानी मोर्चा संभालेंगे शिवराज

भोपाल। सत्ता की हैट्रिक के लिए भाजपा ने विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि को भुनाने की योजना बनाई है। 25 फरवरी से 20 मार्च तक चलने वाले महाजनसंपर्क अभियान की रिपोर्ट पर आधारित कार्ययोजना को लेकर शिवराज सिंह चौहान सितंबर-अक्टूबर में विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। पार्टी ने शिवराज के साथ ही, राज्य की 74 फीसदी कृषि पर आधारित आबादी के लिए किए गए सरकार के काम और युवाओं के लिए औद्योगिक निवेश के जरिए रोजगार के रास्ते खेलने को वोट का माध्यम बनाने का निश्चय किया है। वोट के लिए शिवराज की छवि पिछले चार साल से विधायकों द्वारा मतदाताओं से संपर्क की चूक, कार्यकर्ता से संवाद की कमी, विकास कार्यों पर ध्यान नहीं देना और अनुकूल फीडबैक नहीं। यह कुछ कारण है जो संगठन को मजबुर कर रहा है कि वह वोट के लिए पूरी तरह शिवराज की छवि को भुनाए। ब्रांड शिवराज को भुनाने के लिये विशेष कार्य योजना मुख्यमंत्री के कुछ विश्वस्त अफसरों व पार्टी नेताओं ने बनाई है। परदे के पीछे कार्य करने वाले दो भाजपा पदाधिकारियों की देखरेख में जो रणनीति बनाई गई है उसके अनुसार मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश का दौरा करेंगे। इस दौरान सभी 230 विधानसभा क्षेत्र का जायजा लिया जायेगा। शहर से ज्यादा प्राथमिकता ग्रामीण इलाके को दी जायेगी। मुख्यमंत्री सीधे ग्रामीणों के बीच जायेंगे और उनसे प्रदेश सरकार के काम के बारे में पूछेंगे। उनका यह दौरा तीन चरण में होगा और इसकी शुरूआत विंध्य क्षेत्र से हो सकती है। मुख्यमंत्री की लोकभावन छवि को देखते हुए पार्टी ने 28,29 और 30 मार्च को मंडल स्तर पर होली मिलन समारोह का आयोजन करने जा रही है। इस आयोजन में आम आदमी को जोड़ा जाएगा। वोट के लिए शिवराज की छवि, कृषि क्षेत्र में काम, युवाओं के लिए निवेश से रोजगार, सोशल सेक्टर विशेषकर बेटियों व महिलाओं की योजनाएं। हाथ जोड़ कर घर-घर जाओ और पूछो समस्या विधायक के साथ बड़े नेता हो या न हो कोई फर्क नहीं पड़ेगा। न उनकी पूछ परख होगी ना ही उनको वजन मिलेगा। 25 फरवरी से पूरे प्रदेश में एक साथ शुरू होने वाली जनसंपर्क यात्रा का प्रदेश नेतृत्व ने ऐसा खाका तैयार किया है जिसमें कार्यकर्ता बूथ एक-एक घर जायेंगे और हाथ जोड़कर नागरिकों से मिल उनकी समस्या जानेंगे। यात्रा का वार्ड प्रभारी मंडल प्रभारी को और मंडल प्रभारी विधानसभा प्रभारी एवं विधानसभा नगर प्रभारी को रिपोर्ट देंगे। इसको नाम नगर जनसंपर्क यात्रा दिया गया है लेकिन पत्रक में जो सवाल पूछकर भरते हैं उसके अनुसार एक तरह से भाजपा यात्रा के बहाने चुनाव प्रचार की शुरूआत कर रही है। जनसंपर्क यात्रा पूरी तरह से संगठन के भरोसे चलेगी। ऐसा भी कह सकते हैं कि 25 से भाजपा बिना प्रत्याशी के चुनाव प्रचार शुरू कर रही है। जनसंपर्क यात्रा को लेकर प्रदेश नेतृत्व कितनी गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जनसंपर्क यात्रा की बारीकियां बताने पांच बार नगर जिलाध्यक्षों को भोपाल बुला चुका है। बिना ढोल धमाके की होगी यात्रा प्रदेश भाजपा के निर्देश के अनुसार यात्रा में कार्यकर्ता एक एक बूथ के एक एक घर में जायेंगे और हाथ जोड़कर नागरिकों से समस्ता पूछेंगे। जिस बूथ में जो पदाधिकारी,नेता रहता है वह वहीं यात्रा में शामिल होगा।

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