गुरुवार, 14 मार्च 2013

भूरिया ने महल पर साधा निशाना...राहुल को सौंपे सबूत

भाजपा से प्रदेश की सत्ता छीनने के लिए आतुर कांग्रेस में अभी तो सिंधिया बनाम भूरिया लड़ाई ही चल रही है। कल दिल्ली में राहुल के सामने पेशी के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने ग्वालियर के महल पर निशाना साधा और सिंधिया द्वारा मालवा-निमाड़ अंचल में दौरे के नाम पर किए गए शक्ति प्रदर्शन के सबूत भी सौंपे। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में पिछले कई महीनों से ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांतिलाल भूरिया के बीच अघोषित जंग चल रही है। पहले महेश जोशी ने इस मुहिम का नेतृत्व किया था और भूरिया को हटाने के लिए भोपाल से दिल्ली तक लॉबिंग की थी, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद सिंधिया ने राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना की आड़ में मालवा-निमाड़ के तूफानी दौरे कर दिए। भूरिया को इन दौरों से दूर रखा गया। भूरिया ने इन सभी दौरों की पूरी जानकारी के वीडियो फुटेज बुलवाए और कल जब राहुल के सामने उनकी पेशी हुई तो भूरिया ने सिंधिया खेमे द्वारा उनके भाजपाईयों के साथ व्यावसायिक रिश्ते होने के आरोपों पर पलटवार करते हुए बताया कि सिंधिया महल की राजनीति करते हैं। महल के संबंधों के खिलाफ वे नहीं जाते। अपनी बुआ यशोधरा राजे के साथ भी वे रिश्ता निभाते हैं और जब बुआ उनके सामने आती हैं, तो वे इलाका बदल लेते हैं। वे कभी संघ और भाजपा पर हमला नहीं बोलते। सिंधिया जब अपने ही इलाके में पार्टी के लोगों को जिता नहीं पाते, तो दूसरे इलाकों में क्या जिताएंगे। उनके इलाके में दूसरे खेमों के जो नेता हैं, उनकी मदद करने पर वे बौखला जाते हैं। वे केवल अपना प्रभुत्व चाहते हैं और यह सब संभव नहीं है। भूरिया ने सिंधिया के ताजा दौरों की वीडियो क्लिपिंग और अखबारों की कतरनों के जरिए यह साबित करने का प्रयास किया कि उनके दौरे में छुटभैये कांग्रेसी मंच पर थे, लेकिन उन्होंने अध्यक्ष को नहीं बुलाया। भूरिया ने तो यहां तक कह दिया कि मप्र क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव की खातिर सिंधिया ने भाजपा नेताओं से हाथ मिलाए। सारी बातें सुनने के बाद कांतिलाल भूरिया और अजय सिंह को राहुल ने चुनाव तक फ्री-हैंड देने की बात कही और कहा कि वे संगठन मजबूती से चलाएं। जब तक प्रदेश कांग्रेस और जिला कांग्रेस प्रत्याशी की अनुशंसा नहीं करेगी, तब तक टिकट फाइनल नहीं होगा। केवल जीतने वाले व्यक्ति को ही टिकट मिलेगा। दूसरी तरफ अजय सिंह उर्फ राहुल ने भी अकेले सोनिया गांधी से मुलाकात कर उन्हें विधानसभा में प्रतिपक्ष की परफॉर्मेंस की जानकारी दी।

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