गुरुवार, 15 जुलाई 2010

मंत्रियों की लूट का पैसा शिवराज के पास

मध्य प्रदेश में इनदिनों कुलीनों का कुनबा भ्रष्टाचार के जाल में इस कदर फंसा हुआ है कि अब यह तय कर पाना मुश्किल हो रहा है कि कौन पाक-साफ है? भ्रष्टाचार में डूबी मध्य प्रदेश सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान भले ही सदाचार को अपना मूल मंत्र मानते हो लेकिन प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के महासचिव दिग्विजयसिंह की मानें तो मध्यप्रदेश के भ्रष्ट मंत्री जो पैसा खा रहे हैं उसमें शिवराज सिंह का भी एक बड़ा हिस्सा होता है। मंत्री इसी बात से नाराज है कि लूट का पैसा शिवराज के पास भी जाता है लेकिन भ्रष्टाचार की खबरें केवल मंत्रियों की ही छपती है। दिग्विजयसिंह के अनुसार मुख्यमंत्री सचिवालय में अधिकारियों की पोस्टिंग के लिए सौदेबाजी होती है।
इंदौर प्रवास पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहते हैं कि दिग्विजयसिंह ने कहा कि सिर्फ मंत्रियों को ही चोर क्यों कहते हो, इन सबका उस्ताद तो शिवराज सिंह चौहान है। अधिकारी 1 रुपए देता है तो 10 रुपए वसूलता है। इसी कारण मध्यप्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं। दिग्विजयसिंह ने कहा कि मेरे ऊपर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए गए थे। उमा भारती एक भी सबूत कोर्ट में नहीं दे पाई। 8 साल में भ्रष्टाचार का कोई भी केस नहीं लग पाया।
अगर दिग्विजय सिंह के आरोपों का गहनता से अध्ययन किया जाए तो हम पाते हैं कि भ्रष्टाचार यहां शासन-प्रशासन कि रग- रग में बह रहा है। जहां मुख्यमंत्री सहित करीब आधा दर्जन मंत्रियों के खिलाफ लोकायुक्त की जांच चल रही है। लोकायुक्त सिर्फ दो तत्कालीन मंत्रियों ओमप्रकाश धुर्वे और जुगलकिशोर बागरी के खिलाफ दर्ज मामलों में ही जांच पूरी कर चालान पेश कर सका है। इसके बाद दोनों को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। वहीं तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री अजय विश्नोई को भाई के घर आयकर छापों की कार्रवाई के बाद पद छोडऩा पड़ा था। लेकिन भाजपा के दोबारा सत्ता में लौटने के बाद विश्नोई फिर मंत्री बना दिए गए। अजय विश्नोई के खिलाफ लोकायुक्त में भी दो मामले हैं, जो अंजाम तक नहीं पहुंच पाए हैं।
वहीं राज्य के दो दजऱ्न से अधिक आईएएस और आईपीएस भी लोकायुक्त की जांच के दायरे में हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर दिग्विजय सिंह द्वारा लगाए गए उपरोक्त आरोपों में कितनी सत्यता है यह तो किसी उच्चस्तरीय जांच के बाद ही पता चल पाएगा लकिन लोकायुक्त में दर्ज मामलों का अवलोकन करने पर हम पाते हैं कि पूरे कुंए में ही भ्रष्टाचार की भांग घुली हुई है।
जनवरी 2004 से लेकर 31 जनवरी 2010 तक की अवधि में लोकायुक्त ने 2675 प्रकरण दजऱ् किए. इनमें से 1149 प्रकरणों में जांच कर खात्मा लगाया गया।
जिनके खिलाफ़ लोकायुक्त में मामले दजऱ् हैं
मंत्री : बाबूलाल गौर ,लक्ष्मीकांत शर्मा, अनूप मिश्रा, अजय विश्नोई एवं राजेंद्र शुक्ल और कैलाश विजयवर्गीय।
पूर्व मंत्री : हिम्मत कोठारी, ढाल सिंह बिसेन, अखंड प्रताप सिंह एवं कमल पटेल।

आईएएस, आईपीएस एवं प्रकरण दजऱ् करते समय पदस्थापना :

पुखराज मारू-प्रमुख सचिव राजस्व विभाग, देवराज विरदी-प्रमुख सचिव आवास एवं पर्यावरण, अरविंद जोशी-प्रमुख सचिव जल संसाधन विभाग, पी डी मीणा-प्रमुख सचिव लोनिवि, सत्य प्रकाश-प्रमुख सचिव उद्योग विभाग, विश्वपति त्रिवेदी-आयुक्त वाणिज्य कर इंदौर, एम एन खान-सचिव नगरीय प्रशासन, के सी जैन-सीईओ इंदौर विकास प्राधिकरण, एस आर मोहंती-सचिव महिला एवं बाल विकास, एम ए खान-तत्कालीन प्रबंध संचालक बीज निगम, राघव चंद्रा-प्रबंध संचालक मध्य प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम, आर सी साहनी- प्रमुख सचिव ऊर्जा विभाग, पुलिस अधीक्षक-जि़ला भोपाल, विवेक अग्रवाल-कलेक्टर जि़ला इंदौर, प्रमुख सचिव-स्वास्थ्य विभाग भोपाल, प्रबंध संचालक-लघु उद्योग निगम भोपाल, एस के मिश्रा-खनिज साधन, श्रीमती अलका उपाध्याय-आयुक्त स्वास्थ्य, महेंद्र ज्ञानी-उप सचिव ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, मनीष श्रीवास्तव-कलेक्टर जि़ला शिवपुरी, राकेश साहनी-मुख्य सचिव मप्र., एस के मिश्र-तत्कालीन कलेक्टर रीवा, संजय शुक्ल-सीएमडी मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपी, सरीना सिंह-आयुक्त अनुसूचित जाति कल्याण विभाग, गाजीराम मीणा-पुलिस महानिरीक्षक इंदौर, मो. सुलेमान-सचिव लोनिवि.

अन्य : संयुक्त संचालक
कोष एवं लेखा पेंशन भोपाल, अध्यक्ष-प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भोपाल, आयुक्त- नगर पालिका निगम सागर, डॉ. एच सी जैन-मप्र गौसेवा आयोग पशु चिकित्सालय भोपाल, ए के ठाकुर-मुख्य अभियंता पीएचई भोपाल, एम एल गोयल-मुख्य सचिव ऊर्जा विभाग भोपाल, पी एन सिंह-प्रबंध संचालक राज्य सहकारी मर्यादित भोपाल, प्रमुख अभियंता, अधीक्षण यंत्री एवं कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग भोपाल, एन एम पुरुषवानी-अधीक्षण यंत्री लोनिवि ग्वालियर, एस एन गुप्ता-अधीक्षण यंत्री पीएचई भोपाल, आयुक्त एवं कार्यपालन यंत्री नगर निगम जबलपुर, एस सी गर्ग-मुख्य अभियंता लोनिवि इंदौर, संजय तिवारी, संजीव दुबे, जिला आबकारी अधिकारी, रामजीत सिंह-सहायक आयुक्त आबकारी विभाग, क्रमश: जबलपुर, विदिशा एवं रतलाम. नरसिंह तोमर-जि़ला पंजीयक कार्यालय इंदौर, विनोद शर्मा-आयुक्त नगर निगम इंदौर, बी के श्रीवास्तव- अधीक्षण यंत्री पीएचई विभाग, योगीराज शर्मा-चाइल्ड हेल्थ सलाहकार स्वास्थ्य विभाग, संदीप जायसवाल- महापौर नगर निगम कटनी, डॉ. अशोक शर्मा-संचालक लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग भोपाल, जी एस कलसी-अधीक्षण यंत्री लोनिवि सेतु मंडल भोपाल, सी वी सिंह-मुख्य कार्यपालन अधिकारी इंदौर, संजय गोयल- सीईओ जि़ला पंचायत खंडवा, पवन शर्मा- तत्कालीन आयुक्त नगर निगम ग्वालियर, ओ पी मुछाल- प्रभारी मुख्य अभियंता लोनिवि इंदौर, एस एल गुप्ता-मुख्य अभियंता विद्युत वितरण कंपनी ग्वालियर, एस के पंचनंदा-अधीक्षण यंत्री विद्युत वितरण कंपनी ग्वालियर, मधुकर वर्मा-अध्यक्ष इंदौर विकास प्राधिकरण, प्रमोद गुप्ता-मुख्य कार्यपालन अधिकारी इंदौर विकास प्राधिकरण, महापौर-आयुक्त नगरपालिका इंदौर, वीर सिंह हिंडो-महापौर खंडवा, के पी जाटव-मध्य प्रदेश राज्य बीज एवं फार्म निगम, डॉ. योगीराज शर्मा-संचालक स्वास्थ्य, प्रताप सिंह चंपावत-वन मंडलाधिकारी दक्षिण सिवनी, अनिता बाथम-लेखा अधिकारी अनुसूचित जाति कल्याण विभाग, आर एल भारतीय-अधीक्षण यंत्री प्रभारी मुख्य अभियंता लोनिवि ग्वालियर, एस के महावर-नगर तथा ग्राम निवेश जबलपुर, एस के मंडल-अपर सचिव गर्ग-मुख्य अभियंता लोनिवि, बोरासी-कार्यपालन यंत्री ब्रिज डिवीजन इंदौर, मुदगल-अधीक्षण यंत्री इंदौर, मुख्य अभियंता गंगा प्रसाद एवं अधीक्षण यंत्री बाणसागर नहर मंडल रीवा, डॉ. अंजू सिंह भदौरिया-नर्सिंग स्वास्थ्य सेवाएं भोपाल, जे एस सलूजा-एसडीएम रतलाम, अशोक शर्मा- उप पंजीयक ग्वालियर, आयुक्त-नगर निगम भोपाल, मुख्य अभियंता लोनिवि संधारण क्रमांक एक भोपाल, वी के खरे-मुख्य अभियंता बाणसागर परियोजना रीवा, एल के जैन-तत्कालीन मुख्य अभियंता लोनिवि देवास, टी एन मलिक-अधीक्षण यंत्री नर्मदा विकास मंडल क्रमांक सात खरगौन, डॉ. बी एल यादव-महापौर सतना, आर बी चतुर्वेदी-आयुक्त नगर निगम सतना, वी के सोनगिरा- मुख्य अभियंता देवास, ए पी राणे-कार्यपालन यंत्री लोनिवि देवास, राजेश गुप्ता-तत्कालीन सीईओ जि़ला पंचायत खंडवा, आर बी चतुर्वेदी-आयुक्त नगर निगम सतना, राम विश्वास तिवारी, सत्य नारायण त्रिपाठी एवं रमेश त्रिपाठी-नगर निगम सतना, मित्तल-अधीक्षण यंत्री एवं वी के मिश्रा-कार्यपालन यंत्री और नवीन उपाध्याय- मप्र राज्य विद्युत मंडल रीवा, आर के सक्सेना-मुख्य अभियंता अमरकंटक ताप विद्युत केंद्र चचाई, भीमा मंडलोई-वन परिक्षेत्राधिकारी, वी पी कपिल-वन मंडलाधिकारी रायसेन, एम एम सकुनिया-परियोजना अधीक्षण यंत्री लोनिवि अलीराजपुर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी-जि़ला पंचायत उमरिया, डी एस मुदगल-राज्य विद्युत मंडल बिरसिंहपुर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी-जि़ला पंचायत बैतूल, अधीक्षण यंत्री एवं वीके शुक्ला- सहायक यंत्री, जे एस कलसी-मुख्य अभियंता मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी श्योपुर, ए के-अधीक्षण यंत्री एवं अन्य-नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण, बड़वानी एस एन प्रसाद-मुख्य अभियंता एवं अन्य-लोनिवि खंडवा, डी के त्रिपाठी-मुख्य अभियंता एवं अन्य-जल संसाधन विभाग छतरपुर, सुरेश चंद्र श्रीवास्तव-प्रभारी अभियंता नगर पालिका अधिकारी उज्जैन, भगवान सिंह पवार-प्रभारी लेखपाल महिदपुर, दिनेश कौशल-प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी शिवपुरी, शैलेंद्र शुक्ला-प्रमुख अभियंता लोनिवि भोपाल, के सी जैन-अधीक्षण यंत्री-लोनिवि इंदौर, आर के अग्रवाल-तत्कालीन अधीक्षण यंत्री एवं अन्य-पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी छिंदवाड़ा, एस जे एस तुलसी-तत्कालीन अधीक्षण यंत्री लोनिवि सिवनी.

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